Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त, तिथि और कथा...

हमनें हमारे पिछले लेख रक्षाबंधन 2023 के माध्यम से आप सभी को रक्षाबंधन 2023 के मूहूर्त, महत्व और रक्षाबंधन से सम्बंधित कथा के बारें में विस्तृत रुप से जाना था। रक्षाबंधन का पर्व बहन भाईं के प्रेम का प्रतीक वाला पर्व हैं। 

ये पर्व हर वर्ष सावन माह की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता हैं। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र के रूप में राखी बांधती हैं और अपनी रक्षा के लिए भाईं से वचन लेती हैं, बहन अपने भाइयों के लिए लंबी उम्र की कामना करती हैं। भाईं अपनी बहनों को इस पर्व पर उपहार देते हैं और उसकी रक्षा करने का वचन भी देते हैं। आज हम हमारे लेख- Raksha Bandhan 2024 रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त, तिथि और कथा के माध्यम से जानते हैं कि- इस वर्ष रक्षाबंधन का त्योहार कब मनाया जायेगा शुभ मुहूर्त, तिथि और रक्षाबंधन की कथा क्या हैं के बारें में तो आयें जानेतें हैं इस लेख के माध्यम से-

Raksha Bandhan 2024

Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त, तिथि और कथा...

Raksha Bandhan 2024: जैसा की हमनें आपको बताया कि रक्षाबंधन का पर्व बहनों और भाइयों का पर्व हैं इस पर्व पर बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र राखी के रूप में बांधती हैं और अपनी रक्षा का वचन अपने भाई से लेती हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार- रक्षाबंधन के दिन सर्वप्रथम लड्डू गोपाल को राखी बांधी जाती हैं।रक्षाबंधन के दिन शुभ मुहूर्त जांच कर बहन भाईं को रक्षासूत्र बांधती हैं तो हमेशा उसकी रक्षा होती हैं। शास्त्रों के अनुसार रक्षासूत्र हमेशा भाईं के दाहिनी कलाई पर बांधना चाहियें।

1. रक्षाबंधन 2024 तिथि, शुभ मुहूर्त Raksha Bandhan 2024 Date Auspicious Time:-

Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन बहन भाईं के प्रेम के प्रतीक का पर्व हैं इस दिन शुभ मुहूर्त देखकर ही भाईं की कलाई पर राखी बांधे इस दिन कईं शुभ संयोग का निर्माण होगा। पंचांग के अनुसार- इस वर्ष सावन माह की पूर्णिमा तिथि सुबह 03:44 बजे शुरू होगी और रात 11:55 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार- रक्षा बंधन 19 अगस्त को मनाया जायेगा। इस साल रक्षाबंधन भद्रा काल में शुरू होगा। भद्राकाल सुबह 05:53 बजे शुरू होगा और दोपहर 01:32 बजे समाप्त होगा। रक्षाबंधन पर पड़ने वाला भद्रा काल:-

2. रक्षाबंधन का महत्व Importance of Raksha Bandhan:-

Raksha Bandhan 2024: सनातन संस्कृति में रक्षाबंधन के पर्व को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया हैं। रक्षाबंधन के दिन बहन भाईं पारंपरिक वस्त्र पहनते हैं। बहनें एक थाली तैयार करती हैं जिसमें - रोली-मौली, अक्षत के दाने, घी का दीपक, मिस्ठान, नारियल और रक्षा सूत्र के रूप में राखी आदि। सर्वप्रथम अपने आराध्य को बहनें राखी बांधती हैं और उसके बाद अपने भाईं के दाहिने हाथ पर राखी बांधती हैं, तिलक लगाती हैं और आरती उतारती हैं। भाईं अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं और साथ साथ उपहार देते हैं।

3. रक्षाबंधन का इतिहास History of Raksha Bandhan:-

Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन का पर्व सनातन हिन्दूओं का एक महत्वपूर्ण त्यौहार हैं। इस पर्व के साथ एक किंवदंती हैं- जो कि "महाकाव्य महाभारत" से जुड़ी हैं इस कथा के अनुसार एक बार भगवान कृष्ण की उंगली सुदर्शन चक्र से गलती से कट गईं थी। यह देखकर द्रौपदी ने खून रोकने के लिये अपनी साड़ी से कपड़े का एक टुकड़ा फाड़कर चोट पर बांध दिया। भगवान कृष्ण उनके हाव-भाव से बहुत प्रभावित हुए और श्री कृष्ण ने हमेशा उनकी रक्षा करने का वादा किया उन्होंने यह वादा तब पूरा किया जब द्रौपदी को "हस्तिनापुर के शाही दरबार में सार्वजनिक अपमान का सामना करना पड़ा"।

4. रक्षाबंधन के अद्भुत संयोग Amazing coincidences of Raksha Bandhan:-

Raksha Bandhan 2024: इस साल रक्षाबंधन के दिन कई अद्भुत संयोग का निर्माण होगा। रक्षाबंधन पर "सर्वार्थ सिद्धि योग" "रवि योग" और "धनिष्ठा नक्षत्र" समेत कई शुभ संयोग बनने जा रहे हैं। इस दिन सुबह 05:53 बजे से 08:10 बजे तक "सर्वार्थ सिद्धि योग" और "रवि योग" का निर्माण हो रहा हैं। द्रिक पंचांग के अनुसार- राखी बांधने शुभ मुहूर्त दोपहर 01:30 से रात 09:07 तक रहेगा। कुल अवधि 07 घंटे 37 मिनट की होगी। रक्षाबंधन के दिन अपराह्न का मुहूर्त रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 01:46 मिनट से शाम 04:19 मिनट तक हैं। कुल अवधि 02 घंटे 33 मिनट। इसके अलावा आप प्रदोष काल का मुहूर्त शाम 06:56 मिनट से रात 09:07 मिनट तक प्रदोष काल में भी राखी बांध सकते हैं। कुल अवधि 2 घंटे 11 मिनट।

नोटः- 'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं हैं। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना हैं, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

CONCLUSION-आज हमनें हमारें लेंख- Raksha Bandhan 2024 रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त, तिथि और कथा के माध्यम से आप सभी को रक्षाबंधन पर्व की जानकारी उपलब्ध करवाई हैं। आशा करते हैं कि ये जानकारी आप सभी को रक्षाबंधन के महत्व, मूहूर्त के बारें में उपयोगी हो धन्यवाद।

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