KALARAM MANDIR PANCHAVATI NASIK...

हमनें हमारे पिछले बहुत से लेखों के माध्यम से अनेकों पुरातन मन्दिर के माध्यम से आप सभी को अवगत कराया हैं। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हम आज आपने इस लेख में एक विशेष मन्दिर के बारें में आप सभी को बताने जा रहें हैं जिसका सम्बन्ध हमारे आराध्य श्रीराम से हैं ये मन्दिर नाशिक पंचवटी महाराष्ट्र में स्थित हैं। जिसे हम काळाराम मन्दिर के नाम से जानते हैं। हाल ही में भारतवर्ष के सम्माननीय प्रधान सेवक श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जी ने यहां भ्रमण किया और पूजा अर्चना की ये मन्दिर श्रीराम को समर्पित एक सनातनी हिन्दू मन्दिर हैं जिसका महत्व हर सनातनी के जीवन पर हैं क्योंकि हमारे श्री राम वनवास के काल में पंचवटी आयें और यहां अपना समय व्यतीत किया ये मन्दिर नागर शैली से निर्मित एक हिन्दू मन्दिर हैं तो आयें हम हमारे लेख के माध्यम से जानते हैं श्री काळाराम मन्दिर के बारे में -

KALARAM MANDIR PANCHAVATI NASIK

KALARAM MANDIR PANCHAVATI NASIK- काळाराम मन्दिर पंचवटी नाशिक...

KALARAM MANDIR PANCHAVATI NASIK: काळाराम मन्दिर "श्रीराम सीता लक्ष्मण" से संबंधित एक सनातनी मन्दिर हैं ये स्थान हिन्दू धर्मावलंबी के लिए आस्था का प्रमुख केन्द्र हैं। ये मन्दिर 95 साल पहले हुए एक दलित आंदोलन के लिए भी प्रसिद्ध हैं जिसका संचालन "पांडुरंग व बी आर अंबेडकर" ने किया था। पेशवा के सरदार "रंगाराव ओढ़ेकर" ने इस मन्दिर का निर्माण नागर शैली में सन् 1782 में करवाया जो कि सन् 1788 में सम्पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुआ। पंचवटी वहीं स्थान हैं जहां माता सीता का हरण हुआ। पंचवटी के मार्ग पर ही श्री राम को विशालकाय गिद्ध जटायु मिलें थे। पंचवटी ही वहीं स्थान हैं जहां काळाराम मन्दिर धार्मिक आस्था का केंद्र हैं ये मन्दिर काले पत्थर से निर्मित हैं। काळाराम मन्दिर में श्रीराम की काले पाषाण की मूर्ति हैं और मां सीता, लक्ष्मण और राम भक्त हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित हैं।

1. काळाराम मन्दिर का इतिहास History of Kalaram Temple:-

KALARAM MANDIR PANCHAVATI NASIK: इस मन्दिर का इतिहास बहुधा बहुत पुराना हैं पेशवा के सरदार रंगाराव ओढ़ेकर ने इस मन्दिर का निर्माण नागर शैली में सन् 1782 में करवाया जो कि सन् 1788 में सम्पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुआ। इस मन्दिर के गर्भ-ग्रह में काली पाषाण से निर्मित "श्री राम परिवार" की मूर्तियां हैं अतः इसे काळाराम कहा जाता हैं ये मन्दिर क्षेत्रफल की दृष्टि से 74 मीटर लम्बा तथा 32 मीटर चौड़ा हैं मन्दिर की चारों दिशाओं में चार द्वार हैं महा-द्वार से जब आप प्रवेश करते हैं तो आपको भव्य सभामंडप दिखाई पड़ता हैं जो बहुत ही भव्य व अनुपम हैं ये मंडप तकरीबन 12 फीट ऊंचा हैं इस मंडप में 84 खंभे स्तंभ हैं जो मानव  जन्म पाने के लिए 84 लाख योनियों के चक्र का प्रतिनिधित्व करते हैं ये खंभे हमें कला के अनुपम उपहार हैं। 

इस मन्दिर में  पहुंचने  के लिए आपको 14 सीढियां मिलती हैं जो कि श्री राम के 14 वर्ष के वनवास को दर्शाती हैं, इस मंडप में श्री राम भक्त हनुमान जी का एक मन्दिर हैं जिसमें हनुमान जी अपने आराध्य श्री राम के चरणों की ओर देखते प्रतीक होते हैं ये माना जाता हैं की- ये मन्दिर पर्णकुटी( वह स्थान जहां नाथ-पंथी साधु निवास करते थे) के स्थान पर बनाया गया हैं एक समय की बात हैं जब साधुओं को अरुण- वरूण नदियों के किनारे श्री राम की मूर्ति प्राप्त हुईं और उन्होंने ने इसे लकड़ी के मन्दिर में स्थापित किया इसके उपरांत जब माधवराज पेशवा की माता "श्री गोपिका बाईं" को इसकी जानकारी प्राप्त हुईं तब उन्होंने इसका निर्माण करवाया था।

KALARAM MANDIR PANCHAVATI NASIK

2. पंचवटी में प्रमुख 5 स्थल Top 5 places in Panchavati:-

1. काळाराम मन्दिर:- काळाराम मन्दिर एक प्राचीन मन्दिर हैं जो नाशिक के पास पंचवटी में स्थित हैं। ये मन्दिर में भगवान श्रीराम, माता सीता और भाईं लक्ष्मण को समर्पित हैं इस मन्दिर की खास बात हैं कि यहां श्रीराम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां काले पत्थर से बनी हैं और ये सारी मूर्तियां खड़ी मुद्रा में हैं।

2. माता सीता गुफा:- ये वो गुफा जहां सीता तब रह रही थीं जब रावण सूर्पनखा की नाक काटने का बदला लेने के लिए उनका अपहरण करने आया था ये गूफा कालाराम मंदिर के पश्चिमी दरवाजे पर स्थित हैं सीता गुफा नाशिक के पास पंचवटी में स्थित हैं। यहां लोग दूर-दूर से घूमने आते हैं। इसे पर्यटक स्थल के साथ-साथ धार्मिक स्थल भी माना जाता हैं।

3. राम कुण्ड:- राम कुण्ड नासिक में स्थित हैं ये जगह सबसे पवित्र स्थलों में से एक मानी जाती हैं माना जाता हैं कि वनवास के दौरान भगवान श्री राम यहां स्नान करने आते थे राम कुण्ड गोदावरी नदीं के पास स्थित हैं। 

4. गोदावरी नदी तट:- गोदावरी नदी पवित्र नदियों मे से एक हैं इसके तट पर दुनिया के कोने-कोने से तीर्थयात्री स्नान करने आते हैं कुंभ मेले में स्नान के लिए ये जगह सबसे अच्छी मानी जाती हैं। 

5. सोमेश्वर मन्दिर:- सोमेश्वर मंदिर गोदावरी नदी के तट पर स्थित हैं ये मंदिर भगवान शिव के प्राचीन मंदिरों में से एक हैं इस मंदिर के आस-पास बाग़-बगीचे हैं जिनका नजारा काफी मनमोहक होता हैं। 

नोटः-'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं हैं। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना हैं, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

CONCLUSION- आज हमनें हमारे इस लेख के माध्यम से हमनें आपको KALARAM MANDIR PANCHAVATI NASIK के बारे में सम्पूर्ण रूप से अवगत करवाया।

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