Guddimallam Temple गुड्डीमल्लम मन्दिर आन्ध्रप्रदेश...

हमनें हमारें पिछले लेखों में हिन्दू सनातन मन्दिरों के बारें में आपको बहुत सी जानकारीयॉं आप सभी को उपलब्ध करवाईं जिन्हें आपके द्वारा बहुत पंसद किया गया इसी क्रम को आगें बढ़ाते हुयें आज हम आपको एक ऐसे मन्दिर के बारें में बताने जा रहें हैं जिसका सम्बन्ध तीसरी शताब्दी से हैं ये अद्भुत मन्दिर भगवान शिव को समर्पित एक सनातनी मन्दिर हैं जिसे हम Guddimallam Temple: गुड्डीमल्लम मन्दिर के नाम से जानते हैं तो आयें जानते हैं इस अद्भुत मन्दिर के बारें में-

Guddimallam Temple

Guddimallam Temple गुड्डीमल्लम मन्दिर आन्ध्रप्रदेश...

Guddimallam Temple: गुड्डीमल्लम मन्दिर तिरुपति जिले के येरपेडु मंडल के पास एक छोटे से गांव गुड्डीमल्लम के परशुरामेश्वर स्वामी मन्दिर में एक प्राचीन लिंग हैं। यह मन्दिर तिरुपति नगर से तकरीबन 12-13 कि. मी दक्षिण-पूर्व में स्थित हैं। आंध्र प्रदेश में गुड्डीमल्लम मन्दिर न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के लियें प्रसिद्ध हैं बल्कि एक अनोखें शिवलिंग के लियें भी प्रसिद्ध हैं। गुड्डीमल्लम मन्दिर भगवान शिव को समर्पित एक हिन्दू मन्दिर हैं और इसे तीसरी शताब्दी के दौरान बनाया गया था। गुड्डीमल्लम मन्दिर एक ऐसा मन्दिर हैं जिसमें शिवलिंग एक गहरे काॅफी रंग की पाषाण से निर्मित हैं एक मान्यता के अनुसार- "ये शिवलिंग त्रेतायुग में आसमान से गिरा था और ये भी माना जाता हैं कि इस शिवलिंग में असीमित ब्रह्मांडीय ऊर्जा हैं"। 

1. गुड्डीमल्लम मन्दिर का इतिहास History of Guddimallam Temple:-

Guddimallam Temple: माना जाता हैं कि- एक ब्राह्मण पुजारी जिसका नाम "नरसिम्हा स्वामी" था वह पास के जंगल में अपनी गायों को चराता था उसने देखा कि एक गाय हर दिन रहस्यमय तरीके से गायब हो जाती हैं तब एक दिन उस ब्राह्मण ने गाय का पीछा किया और वह एक गुफा तक उसका पीछा करते हुयें पहुॅंचा जहां उसे शिवलिंग मिला इसकी सुंदरता और ऊर्जा से अभिभूत था नरसिम्हा स्वामी ने वहां रहने और खुद को भगवान को समर्पित करने का फैसला किया समय के साथ गुफा एक मन्दिर बन गईं और पूरे क्षेत्र के लोग शिवलिंग के प्रति अपना सम्मान प्रकट करने के लियें आने लगे मन्दिर को बाद में गुफा के चारों ओर बनाया गया था और अब यह भगवान शिव के भक्तों के लियें एक प्रमुख तीर्थ स्थल हैं।

Guddimallam Temple

2. गुड्डीमल्लम मन्दिर का उत्सव Celebration of Guddimallam Temple:-

Guddimallam Temple: गुड्डीमल्लम मन्दिर के पुजारी नियमित अनुष्ठान करते हैं और शिवलिंग की पूजा करते हैं जिसे भगवान "शिव की दिव्य ऊर्जा" का प्रतीक माना जाता हैं ऐसा माना जाता हैं कि- शिवलिंग की पूजा करने से जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिल सकती हैं। गुड्डीमल्लम मन्दिर के दर्शन करना एक ऐसा अनुभव हैं जैसा और कोई नहीं एक उल्कापिंड से बना शिवलिंग मन्दिर के रहस्य और महत्व को बढ़ाता हैं। मन्दिर की प्राचीन वास्तुकला, आध्यात्मिक ऊर्जा और अद्वितीय शिवलिंग इसे भक्तों और पर्यटकों के लियें समान रूप से आकर्षक स्थान बनाते हैं। मन्दिर में साल भर कईं त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें महाशिवरात्रि, वैकुंठ एकादशी और कार्तिक पूर्णिमा शामिल हैं। महा शिवरात्रि के दौरान, मन्दिर में पांच दिवसीय भव्य उत्सव मनाया जाता हैं, जिसमें देश भर से लाखों भक्त आते हैं। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पूजाओं के साथ ये त्योहार मनायें जातें हैं।

Guddimallam Temple

4. कैसे पहुँच गुड्डीमल्लम मन्दिर How to reach Guddimallam Temple:-

Guddimallam Temple: गुड्डीमल्लम मन्दिर आन्ध्रप्रदेश के तिरुपति जिले के येरपेडु मंडल के पास एक छोटे से गांव गुड्डीमल्लम के परशुरामेश्वर स्वामी मन्दिर में एक प्राचीन लिंग हैं। यह मन्दिर तिरुपति नगर से तकरीबन 12-13 कि. मी दक्षिण-पूर्व में स्थित हैं। आंध्र प्रदेश में Guddimallam Temple गुड्डीमल्लम मन्दिर न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के लियें प्रसिद्ध हैं बल्कि एक अनोखें शिवलिंग के लियें भी प्रसिद्ध हैं । 1. सड़क मार्ग- गुड्डीमल्लम मन्दिर आसानी से सड़क मार्ग से पहुॅचा जा सकता हैं। आन्ध्रप्रदेश नगर के तिरूपति जिले से बस द्वारा यहाँ आसानी से पहुॅचा जा सकता हैं तिरूपति से इस मन्दिर की दूरी तकरीबन 13 कि. मी हैं आप अपनी सुविधा के अनुसार बस, टैक्सी, और अन्य साधनों के द्वारा यहाँ पहुँच सकते हैं। 2. रेल सेवा- गुड्डीमल्लम मन्दिर रेल सेवा भी हैं इसके लियें नजदीकी रेल्वे स्टेशन रेनिगुंटा हैं जो कि मन्दिर से 30 कि. मी की दूरी पर हैं। 3. वायु मार्ग- गुड्डीमल्लम मन्दिर के पास तिरूपति में एक हवाई अड्डा हैं जो कि मन्दिर से 60 कि. मी दूर हैं। 

नोट:- बड़े शहरों से गुड्डीमल्लम मन्दिर की दूरी 1- तिरूपति से 28 कि. मी 2- चैन्नई से 148 कि. मी 3- नल्लौर से 130 कि. मी 4. वेल्लोर से 138 कि. मी 

नोटः-'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं हैं। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना हैं, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें।

CONCLUSION-आज हमनें हमारें लेख- Guddimallam Temple गुड्डीमल्लम मन्दिर आन्ध्रप्रदेश के माध्यम से इस मन्दिर का इतिहास के बारें में, इसकी वास्तुकला के बारें में, इस मन्दिर के महत्व और उत्सव के बारें में और यहाँ कैसे पहुंचे आदि के बारें में विस्तृत रूप से आपको बताया।

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