हमनें आपको हमारे पिछले लेख जैसे- की लक्ष्मी प्राप्ति के सरल उपाय, कुबेर देवता-धन के स्वामी, महालक्ष्मी पूजन मंत्र व पूजा, महालक्ष्मी जी की कहानी और महालक्ष्मी की साधना आदि लेखों के माध्यम से देवी महालक्ष्मी और यक्ष कुबेर के बारें में विस्तृत रूप से जाना इसी क्रम को आगें बढ़ाते हुयें आज हम अपने लेख- Dhanteras Puja 2023 Muhurat: धनतेरस पूजा 2023 मूहूर्तं के माध्यम से धनतेरस के मूहूर्तं के बारें में विस्तृत रूप से जानेंगे तो आयें जानेंते हैं-
Dhanteras Puja 2023 Muhurat: धनतेरस पूजा 2023 मूहूर्तं...
Dhanteras Puja 2023 Muhurat: सनातन धर्म में कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस मनाया जाता हैं। तदनुसार- इस वर्ष 10 नवंबर को धनतेरस हैं शास्त्रों में निहित हैं कि- समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वन्तरि प्रकट हुए थे। भगवान धन्वन्तरि की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती हैं साथ ही धन संबंधी परेशानी दूर हो जाती हैं। धनतेरस तिथि पर सोना-चांदी की खरीदारी की जाती हैं। ज्योतिषियों की मानें तो धनतेरस तिथि पर प्रदोष काल में खरीदारी करना बेहद शुभ होता हैं अगर आप भी धनतेरस के दिन खरीदारी करना चाहते हैं तो इस शुभ मुहूर्त में खरीदारी करें-
Dhanteras Puja 2023 Muhurat: यू तो धनतेरस के दिन पूरा समय खरीदारी के लियें बहुत शुभ माना जाता हैं। इस दिन किसी भी समय में खरीददारी की जा सकती हैं किन्तु इस धनतेरस पर कुछ दुर्लभ और शुभ योग बन रहे हैं जिसे हम हमारें इस लेख के माध्यम से पूर्णं रूप से जानेंगे-
1. माॅं लक्ष्मी और धन कुबेर की कृपा पाने के लियें शुभ मुहूर्तं में खरीदारी करें:-
Dhanteras Puja 2023 Muhurat: साल भर का सबसे बड़ा त्यौहार
दीपावली धनतेरस से शुरू हो जाता हैं इस दिन की प्रतीक्षा हर सनातनी करता हैं। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि, देवी लक्ष्मी और यक्ष कुबेर की कृपा विशेष रूप से बरसती हैं। तो आयें जानतें हैं कि- इस बार धनतेरस का पर्व दो दिन तक क्यों मनाया जाएगा? क्योंकि हिन्दू पंचांग के अनुसार- 10 नवंबर को धनतेरस
प्रातः 11:18 मिनट दिन से शुरू होकर 11 नवंबर को
दोपहर 12:43 मिनट तक और विजय पंचांग के अनुसार- 10 नवंबर को
प्रातः 11:21 से शुरू होकर 11 नवंबर को
दोपहर 12:46 तक धनतेरस का समय रहेगा।
2. धनतेरस पर इस शुभ मुहूर्तं में करें खरीदारी:-
Dhanteras Puja 2023 Muhurat: वैसे तो धनतेरस के दिन पूरा समय खरीदारी के लियें शुभ या उत्तम माना जाता हैं, किसी भी समय में खरीददारी कर सकते हैं किन्तु इस दिन कुछ दुर्लभ और शुभ योग बन रहें हैं। ऐसे में
महालक्ष्मी और कुबेर देवता की कृपा पाने के लियें शुभ मुहूर्तं में खरीदारी करें- इस तरह से धनतेरस 25 घंटे 27 मिनट हैं। इस मुहूर्तं में खरीदी से अक्षय लाभ मिलता हैं। खरीदारी करने के शुभ मुहूर्तं छोटी काशी जयपुर के ज्योतिष पंडित रमेश कुमार शर्मां बताते हैं कि धनतेरस के दिन सोना खरीदी का विशेष महत्व होता हैं ऐसा कहा जाता हैं कि- इस दिन सोना खरीदने से उसमें 13 गुना वृद्धि होती हैं, लेकिन किसी के पास इतना सामर्थ नहीं हैं कि वह सोना खरीद पायें तो वह चांदी खरीद सकता हैं और यदि चांदी भी नहीं खरीद पाता हैं तो वह अपने समर्थ अनुसार कुछ ना कुछ चीज धनतेरस को जरूर खरीदें।
मुहूर्तं:- मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ के अनुसार- शुभ मुहूर्त 10 नवंबर को
प्रातः 11:21 मिनट दिन से
11:58 मिनट रात हस्त नक्षत्र होने के कारण सामान्य मुहूर्त हैं।
10 नवंबर को रात 11:59 मिनट से 12:21 मिनट तक का समय अभिजीत मुहूर्तं होने के कारण अत्यंत शुभ हैं -10 नवंबर को ही प्रातः 11:59 मिनट से 13:22 मिनट तक शुभ की चौघड़िया होने के कारण यह मुहूर्त भी अच्छा हैं-10 नवंबर को शाम: 16:07 मिनट से 17:30 मिनट तक का समय चर की चौघड़िया के कारण और 20:45 मिनट से 23:51 मिनट तक शुभ अमृत और चर की चौघड़िया होने के कारण भी अच्छा मुहूर्त हैं- 11 नवंबर को प्रातः 7:51 मिनट से प्रातः 9:14 मिनट तक तथा प्रातः 11:59 मिनट से अपराह्न 13:22 मिनट तक भी मुहूर्त अच्छा हैं-11 नवंबर को ही प्रातः काल 7:01 मिनट से प्रातः 9:17 मिनट तक का समय भी खरीदारी के लियें उपयुक्त समय हैं। इसके अलावा धनतेरस शुरू होने के 14 घंटे पहले से 9 नवंबर को हस्त नक्षत्र- में रात के 9:52 मिनट से पूरी रात वाहन आदि खरीदने के लिए शुभ मुहूर्तं हैं वहीं भीड़ की वजह से या अन्य कर्म के चलते आप दिपावली पर खरीदी नहीं कर पायें हैं तो इसके बाद 19 नवंबर को भी सूर्योदय से रात के 10:48 तक भी वाहन खरीदा जा सकता हैं परंतु इसमें अभिजीत मुहूर्त में वाहन खरीदना अत्यंत शुभ रहेगा। 29 नवंबर को दिन के 1:55 तक तथा अभिजीत मुहूर्त में वाहन खरीदना शुभ रहेगा।
नोटः-'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं हैं। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना हैं, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'
CONCLUSION- आज हम अपने लेख- Dhanteras Puja 2023 Muhurat: धनतेरस पूजा 2023 मूहूर्तं के माध्यम से धनतेरस के मूहूर्तं के बारें में विस्तृत रूप से जाना।
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