Shani Dosh: शनि दोष क्यों लगता हैं ?

हमनें हमारें लेख शनि वक्री 2023 के प्रभाव- Shani Vakri 2023 Ke Prabhaav के माध्यम से जाना था कि जब शनि वक्री होता हैं तो जातक के जीवन पर किस प्रकार प्रभाव डालता हैं सभी ग्रहों में शनि सबसे धीमी चाल चलने वाला ग्रह हैं ये ग्रह जातक की राशि में ढाईं साल तक रहता हैं शनि वक्री Shani Vakri होनें को खास माना जाता हैं। शनि को कर्मफलदाता और न्यायाधिपति कहा जाता हैं या माना जाता हैं। 

शनिदेव जातकों को उनके द्वारा कियें गयें कर्मौ के आधार पर शुभ अशुभ फल प्रदान करते हैं। हम अपने लेख में आज बात करेंगे कि आखिर क्यों लगता हैं हमें शनि दोष ? क्या हैं शनि दोष ? शनि दोष का उपाय क्या हैं ? शनि दोष का संकेत क्या हैं ? के बारें में आपसे चर्चा करेंगे तो आयें जानतें हैं-Shani Dosh: शनि दोष क्यों लगता हैं ? 

Shani Dosh

Shani Dosh: शनि दोष क्यों लगता हैं ?

Shani Dosh: न्याय के देवता के नाम से शनि देव को जाना जाता हैं कर्मों के मुताबिक शनि देव फल देते हैं। जो बुरे कर्म करता हैं शनिदेव उसे दंडित करते हैं। अच्छे कर्म करने वालों पर उनकी शुभ दृष्टि रहती हैं। आखिर सवाल यह कि शनि दोष क्या हैं ? बहुत से लोग इस बारे में नहीं जानते कई तरह के दोष ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं। इनमें से एक हैं शनि दोष ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को क्रूर ग्रह माना जाता हैं। जिसकी कुण्डली में शनिदोष होता हैं उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। 

1. शनि दोष क्या हैं Shani dosh kya hain? 

Shani Dosh: शनि धीमी गति से चलने वाला ग्रह हैं Shani Dosh: शनि दोष क्यों लगता हैं ? जानें कारण, निवारण व निवारण मंत्र दरअसल कुण्डली में शनि की उस अवस्था को बताते हैं जिसमें वह कष्टदायक हों इसके कई रूप हो सकते हैं।  शनि की ढैय्या और साढेंसाती भी शनि दोष ही मानी जाती हैं। दरअसल किसी राशि में शनि देव का न्यायकर्तां के रूप में स्थान लेना शनि दोष उत्पन्न करता हैं। शनि का क्रोधित होना और ग्रह से दंडनायक देवता बनना भी शनि दोष कहलाता हैं। किसी की कुण्डली में शनि अशुभ स्थान पर बैठे हों तो भी शनि दोष उत्पन्न होता हैं। कुण्डली के 3, 7 या 10वें घर में शनि विराजमान हों तो शनि दोष के कारण जीवन में कई समस्याएं आने लगती हैं। शनि ग्रह की तीन दृष्टि होती हैं जिनमें तीसरी, सातवीं और दसवीं दृष्टि जहां पर भी जाती हैं उस जातक को परेशानी होने लगती हैं।

2. क्या हैं शनि दोष के उपाय Kya hain shani dosh ke upaay?  

Shani Dosh: शनि दोष के कईं उपाय हैं- 1. हर मंगलवार और शनिवार को मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। 2. हर शनिवार को शिवलिंग पर तिल और जल के साथ गाय का दूध अर्पण करना चाहिए। 3. शनि की कृपा बनी रहें इसके लियें सरसों के तेल में अपनी छाया देखकर उसका दान करें।

3. शनि दोष के संकेत क्या हैं Shani dosh ke sanket kya hain? 

Shani Dosh: शनि दोष के संकेत-1. काम में अड़चनें आना 2. कर्ज का बोझ होना। 3. घर में आग लगना। 4. मकान बिकना या उसका कोई हिस्सा गिरना आदि शनि दोष के संकेत हैं। 5. शनि दोष होनें पर समय से पहले ही व्यक्ति के बाल झड़ने लगते हैं। 6. आंख खराब होने लगती हैं 7. कान में दर्द रहता हैं और पैर में दर्द होने लगता हैं। 8. शनि दोष होते ही व्यक्ति के जीवन में अचानक काम का बोझ बढ़ जाता हैं।

4. शनि दोष से राहत पाने वालें मंत्र Shani dosh se rahat pane valen mantr? 

1. बीज मंत्र-  ॐ शं शनैश्चराय नम:। 2. शनि का वेदोक्त मंत्र- ॐ शमाग्निभि: करच्छन्न: स्तंभ सूर्यं शंवातोवा त्वरपा अपास्निधा:। 3. श्री शनि व्यास विरचित मंत्र- ॐ नीलांजन समाभासम्। रविपुत्रम यमाग्रजम्। छाया मार्तण्डसम्भूतं। तम् नमामि शनैश्चरम्।। 4. शनि का पुराणोक्त मंत्र- सूर्यंपुत्रों दीघेंदेही विशालाक्ष: शिव प्रिय: द मंदचार प्रसन्नात्म पीडा हरतु मे शनि:। 5. शनि का तंत्रोक्त मंत्र- ॐ प्रां. प्रीं. प्रौं. स: शनैश्चराय नम:।

नोटः-'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं हैं। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना हैं, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

CONCLUSION- आज हमनें हमारें लेंख Shani Dosh: शनि दोष क्यों लगता हैं ? जानें कारण, निवारण व निवारण मंत्र के माध्यम से जाना कि शनि दोष क्या हैं, शनि दोष को दूर करने के उपाय क्या हैं, शनि दोष होने के संकेत क्या हैं और शनि दोष से राहत पाने वाले मंत्र क्या हैं के बारें में विस्तृत रूप से आपको अवगत कराया। आशा करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा धन्यवाद।

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