Rahu Vakri राहु वक्री 2023...
आज हम हमारे ज्योतिष खण्ड में राहु ग्रह के वक्री होने पर लेख के माध्यम से जानेंगे कि- राहु का व्रकी होना किन राशियों के जातकों की मुसीबत बढ़ाने जा रहा हैं आशा करते हैं कि- आपको ये लेख पसंद आयेगा तो आयें जानेतें हैं इस लेख- Rahu Vakri राहु वक्री 2023 के माध्यम से जैसा कि हमनें पूर्व के लेखों के माध्यम से जाना था की राहु का गोचर अन्य ग्रहों के गोचर से भिन्न होता हैं राहु सदा विपरीत दिशा में गोचर करते हैं यहीं कारण हैं कि इन्हें "मायावी ग्रह" के नाम से जाना जाता हैं। नोट - गोचर आमतौर पर ग्रहों का जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता हैं तो उसे गोचर कहा जाता हैं।
हमनें हमारें पुराने लेखों के माध्यम से जैसे कि- सूर्य गोचर, शनि वक्री, बुध गोचर, बुध शुक्र राहु योग, गुरु ग्रह का गोचर और गुरु अस्त से जाना की ग्रह जब गोचर करते हैं तो जातक की राशि को किस प्रकार प्रभावित करते हैं इसी क्रम को आगें बढ़ाते हुए हमारे इस लेख- Rahu Vakri- राहु वक्री-2023: में राहु ग्रह इन राशि वालों की बढ़ा सकता हैं मुश्किल- तो आयें जानते हैं हमारे इस लेख के माध्यम से-
Rahu Vakri राहु वक्री 2023....
Rahu Vakri 2023: ज्योतिषशास्त्र के अनुसार- राहु केतु छाया ग्रह हैं इनके राशि परिवर्तन पर जीवन में कई तरह से प्रभाव पड़ता हैं। ग्रहों का परिवर्तन वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों ही दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण होता हैं। ऐसा ही परिवर्तन बहुत जल्द हो रहा हैं इस परिवर्तन से व्यक्ति के जीवन में बहुत ही बदलाव दिखाई देगा नवग्रह में इसका प्रमुख स्थान हैं यह छाया ग्रह में आते हैं। यह हमेशा वक्री चाल चलते हैं इनको किसी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं हैं। इसे "उतर संपात" कहा जाता हैं इनका वाहन सिह हैं इनका रंग मटमैला होता हैं भागोलिक रूप से यह सूर्य से टूटकर बने हुए पिंड का एक हिस्सा हैं। यह प्रथम श्रेणी के पाप ग्रह में आते हैं। यह अचानक गुप्त धन भी दिलवाता हैं राहु के कारण जीवन में कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता हैं। इसीलिए इसे पापी ग्रह के रूप में माना जाता हैं।
1. राहु का राशि परिवर्तन Rahu's zodiac change:-
Rahu Vakri 2023: राहु का गोचर सभी ग्रहों के गोचर से अलग होता हैं यह विपरीत दिशा में गोचर करते हैं यही कारण हैं इन्हे मायावी ग्रह के नाम से जाना जाता हैं। आम तौर पर ग्रहों का जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं यानि राशि का परिवर्तन करते हैं उसे ज्योतिष की भाषा में गोचर कहते हैं राहु एवं केतु एक ऐसा ग्रह हैं जिन्हें किसी भी राशि का स्वामित्व नहीं करते हैं इसलिए इसे छाया ग्रह के नाम से जाना जाता हैं राहु वर्तमान में मंगल के अधिपत्य मेष राशि में बैठे हैं। इनका दृष्टि सिह, तुला तथा धनु राशि पर हैं। जिसे इस राशि को परेशानी बनी हुईं हैं 30 अक्तूबर से इनकी परेशानी दूर होगी। इन सभी राशियों के जीवन में अद्भुत बदलाव दिखाई देगा।
2. कब कर रहे हैं राहु गोचर When is Rahu transiting?
Rahu Vakri 2023: 30 अक्टूबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 13 मिनट पर मेष राशि से निकलकर देव गुरु की बृहस्पति का अधिपत्य मीन राशि में गोचर करेंगे-
3. राहु कौन-कौन से राशि को करेंगे प्रभावित Which zodiac signs will Rahu affect?
Rahu Vakri 2023: राहु के गोचर करने के बाद यह देव गुरु की बृहस्पति का अधिपत्य मीन राशि में गोचर करेंगे ये मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक राशि के लिए बेहतर नहीं रहने वाला हैं इनको सचेत रहने की जरुरत हैं जो लोग राजनितिक क्षेत्र में काम कर रहे हैं उनके लिए यह गोचर फायदेमंद रहेगा।
4. राहु के अशुभता के लक्षण क्या हैं What are the signs of inauspiciousness of Rahu?
राहु जब खराब होते हैं व्यक्ति के जीवन में 1. आत्महत्या की प्रवृति बन जाती हैं- 2. वैवाहिक जीवन में अर्चन आने लगती हैं- 3. दाम्पत्य जीवन में सुख की कमी प्राइवेट पार्ट में तकलीफ होती हैं- 4. संतान को कष्ट मिलता हैं- 5. पर स्त्री के साथ संबंध होता हैं- 6. जुआ, कोर्ट-कचहरी के काम में फस सकते हैं गलत लत लग जाती हैं जिसे राहु और प्रबल हो जाते हैं। 7. पालतू जानवर की मृत्यु होती हैं- 8. परिवार में बेवजह लड़ाई-झगड़ा होता हैं- 9. घर के आसपास सांप दिखाई देता हैं।
Post a Comment