सूर्य गोचर-Surya Gochar 2023...

गोचर का शाब्दिक अर्थ हैं एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना गोचर कहलाता हैं। वर्ष 2023 में सूर्य देव गोचर कर रहें हैं। जब सूर्य राशि परिवर्तन करता हैं तो इसे सूर्य संक्रांति के नाम से भी जाना जाता हैं। वैदिक ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य एक राशि में एक माह की अवधि तक गोचर करता हैं।  इस समय वह विभिन्न राशि के अलग-अलग भावों में स्थित उन्हें प्रभावित करता हैं जैसा कि हमनें आपको पहले बताया हैं कि सूर्य सिंह राशि का स्वामी हैं, इसके निकट आनें पर किसी भी ग्रह का प्रभाव शून्य हो जाता हैं। इसलिए प्रायः ऐसा होता हैं कि सूर्य के प्रभाव में आने के कारण संबंधित ग्रह अपने चरित्र के अनुसार परिणाम नहीं दें पाता ऐसे ग्रहों को अस्त ग्रह कहा जाता हैं।

हमनें हमारे पिछले लेखों जैसे कि- मईं ग्रह गोचर, गुरु ग्रह का गोचर, गुरु अस्त, बुध गोचर के माध्यम से जाना था कि किस प्रकार ग्रहों का ये गोचर जातक कि राशियों को प्रभावित करता हैं। इसी क्रम में आगे बढ़ाते हुए आज हम हमारे लेख- सूर्य ग्रह गोचर-Surya Gochar 2023 के माध्यम से जानेंगे कि सूर्य का ये गोचर किन राशियों को प्रभावित करने जा रहा हैं तो आयें जानेतें हैं इस विषय के बारें में-

Surya Gochar 2023

 सूर्य गोचर-Surya Gochar 2023...

Surya Gochar 2023: वैदिक ज्योतिष के अनुसार- इस महीने मई में अब तक का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन {Astronomical Transit} होगा। जब ग्रहों के देवता सूर्य देव चार दिन बाद यानि की 15 मई 2023 को गोचर करेंगे। जो पांच राशियों के लियें चमत्कार जैसा होगा। इन पांच राशियों के लोगों की किस्मत बस चमकने ही वाली हैं। पूरे ब्रह्मांड में ऊर्जा देने वाले सूर्यदेव जब गोचर करते हैं तो सोई किस्मत भी जाग जाती हैं। ऐसी ही कुछ होना हैं- 15 मई की सुबह 11 बजकर 58 मिनट पर जब पांच राशियों का भाग्योदय होगा। जिसके बाद 15 जून की शाम 6 बजकर 25 मिनट पर सूर्य फिर से गोचर करेंगे। 

1. कर्क राशि Cancer:-

Surya Gochar 2023: कर्क राशि के जातक- आपकी कुण्डली के एकादश भाव में आकर सूर्यदेव आपकी सभी इच्छाएं की पूर्ति करेंगे। आय के नयें स्त्रोत बनने के साथ ही आप परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभा सकेंगे। वैवाहिक जीवन या प्रेम जीवन में खुशियाँ  प्रवेश करने वाली ही हैं।

2. सिंह राशि Leo:- 

Surya Gochar 2023: सिंह राशि के जातक- आपकी कुण्डली के 10वें भाव में सूर्य का गोचर हर क्षेत्र में सफलता दिलाने वाला हैं। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों का सहयोग मिलने के साथ ही समाज में मान सम्मान और प्रतिष्ठा भी मिलनें जा रहीं हैं। 

3. कन्या राशि Virgo:- 

Surya Gochar 2023: कन्या राशि के जातक- आपकी कुण्डली के 9वें भाव में सूर्य का गोचर समाज में ऊंचा पद दिलायेगा। आपके काम की सराहना होगी। अगर बेरोजगार हैं तो नौकरी मिल जाएगी। अगर नौकरीपेशा हैं तो प्रमोशन होगा। उच्च शिक्षा की चाह हो तो वो भी पूरी होगी। 

4. मकर राशि Capricorn:-

Surya Gochar 2023: मकर राशि के जातक- आपकी कुण्डली के  5वें भाव में सूर्य का गोचर होगा और आप अब तक की सबसे मजबूत आर्थिक स्थिति को महसूस करेंगे। आध्यात्मिक रूचि भी बढ़ेगी। व्यापार में भी मुनाफा होगा। आपको किसी बढ़िया नौकरी का ऑफर भी मिल सकता हैं। सिर्फ सेहत का ध्यान रखने की जरूरत हैं। 

5. धनु राशि Sagittarius:- 

Surya Gochar 2023: धनु राशि के जातक- आपकी कुण्डली के नवम भाव का स्वामी सूर्य हैं और छठे भाव में गोचर करता हैं। छठे भाव में सूर्य की स्थिति निश्चित रूप से आपको अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में मदद करेगी चाहे वे कितने ही बलवान क्यों न हों। आप विजयी होकर निकलेंगे। धनु राशि के जातक अपने करियर में भी सफलता हासिल करेंगे। अगर कोई अटकाया चल रहे मामले हैं तो अदालत से संबंधित मामले आपके पक्ष में होंगे। 

नोटः- कुण्डली में सूर्य की स्थिति या गोचर के फलस्वरूप मिलने वाले बुरे फलों से बचने के लिए सूर्य ग्रह की शांति और उससे संबंधित उपाय अवश्य करना चाहिए ताकि जीवन में शांति और खुशहाली बनी रहे। जल्द ही शुभ व शुध्द राशि रत्न हमारी वेवसाईट के माध्यम से आप अपने निवास पर प्राप्त कर सकते हैं। जो कि पुरी तरह से शुध्द व खरें होगें और साथ ही पाय रत्न की शुध्दता का प्रमाणपत्र। 

FAQ-

1. सूर्य कौन सी राशि में नीच का होता हैं ?

ब्रहमाण्ड में सूर्य ग्रह की दिशा पूर्व में स्थित होती हैं। सूर्य तुला राशि में नीच मानें गयें हैं। सूर्य सिंह राशि के स्वामी ग्रह हैं। हम पुनः जानें कि सुर्य ग्रह के उच्च और नीच में उच्च- मेष राशि में नीच- तुला राशि में मानें गयें हैं। 

2. सूर्य उच्च का कब होता हैं ?

14 अप्रैल से 15 मई 2023 तक सूर्य मेष राशि में रहेंगा सूर्य देव के इस गोचर के दौरान निम्न: राशियों को रहना होगा सावधान- वृषभ राशि वालों के लियें सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी हैं और बारहवें भाव में विराजमान हैं। यहां चौथा भाव आराम और बारहवां भाव हानि का होता हैं

3. सूर्य कमजोर होने के क्या लक्षण हैं ?

कुण्डली में सूर्य दोष के लक्षण- ज्योतिष के कथनानुसार 1. काम में बाधायें आती हैं। 2. कामकाज में कभी सम्मान नहीं मिलना चाहें वह जातक नौकरी करें या व्यापार उसे सफलता नहीं मिलती हैं। जातक को समय समय पर नौकरी या व्यापार बदलना पड़ता हैं। 

4. सूर्य का गोचर कितने दिन का होता हैं ?

गोचर  निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया होती हैं। सूर्य, शुक्र, बुध का भ्रमण काल एक माह होता हैं। और चंद्र का भ्रमण काल सवा दो दिन होता हैं

नोटः-'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं हैं। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना हैं, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

CONCLUSION- आज हमनें हमारें लेंख- सूर्य गोचर 2023-Surya Gochar 2023 के माध्यम से जाना कि किस तरह सूर्य अपनी राशि से निकलकर कर दूसरी राशि में गोचर कर रहें हैं और वह कौन सी पांच राशियां हैं जिस पर इसका शुभ अवसर होंने जा रहा हैं।

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