गज लक्ष्मी योग-Gaja Lakshmi Yoga !

आज हम आपको एक योग के बारें में बताने जा रहें हैं जो कि पांच राशियों के जातकों की किस्मत बदलनें जा रहा हैं ये एक राजयोग हैं जिसे ज्योतिष शास्त्र में गज लक्ष्मी योग Gaja Lakshmi Yoga के नाम से जाना जाता हैं तो आयें जानेतें हैं इस विषय में- 

ये खास राजयोग जल्द ही बनने जा रहा हैं। जानें इस राजयोग से किन पांच राशियों के जातकों की किस्मत चमकेगी और नौकरी, सफलता, आय में वृद्धि दिलायेगा। जब राहु मेष राशि में पहले से ही विद्यमान हो और गुरु बृहस्पति मेष राशि में उसी काल समय में प्रवेश कर जायें तब जाकर गज लक्ष्मी राजयोग का निर्माण होता हैं इसके प्रभाव से घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास बना रहता हैं।

Gaja Lakshmi Yoga

गज लक्ष्मी योग-Gaja Lakshmi Yoga!

Gaja Lakshmi Yoga: गज लक्ष्मी राजयोग जिस भी राशि में बनता हैं उस राशि से शनि की साढ़े साती खत्म हो जाती हैं और धन-सम्पदा-सुख की प्राप्ति जातक को होती हैं। हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं। ग्रहों का एक राशि से दूसरी राशि में जाना ग्रह गोचर कहलाता हैं। जब भी कोई दो ग्रह मिलकर एक युति बनाते हैं या एक दूसरे के साथ आते हैं तो राजयोग का भी निर्माण होता हैं। इसी कड़ी में गुरु ग्रह 29 अप्रैल को उदय होने जा रहे हैं, जिससे गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होने जा रहा हैं। ऐसा योग तब बनता हैं- जब चंद्रमा और गुरु दोनों एक साथ आते हैं। इस योग का प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा।

1. वृषभ राशि Taurus:-

1. व्यवसाय:- गजलक्ष्मी राजयोग शुभ साबित हो सकता हैं। आय में वृद्धि होगी और पुराने निवेश से भी धनलाभ हो सकता हैं, तरक्की हो सकती हैं। 2. प्रेम:- जीवनसाथी के साथ संबंधों में मजबूती आयेंगी। वहीं अविवाहित लोगों को विवाह का प्रस्ताव आ सकता हैं। 3. स्वास्थ्य:- स्वास्थ्य से सम्बन्धित की कोई भी समस्या इस समय नहीं दिख रहीं।

2. मेष राशि Aries:-

1. व्यवसाय:- गजलक्ष्मी राजयोग अनुकूल सिद्ध हो सकता हैं। आमदनी के नयें नयें मार्ग बनेंगे और अटका हुआ धन भी प्राप्त होगा। वहीं नौकरीपेशा लोगों की पदोन्नति के योग बन रहे हैं, नौकरीपेशा लोगों को तरक्की मिलने की संभावना हैं। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और कार्यस्थल पर आपका प्रभाव बढ़ेगा। 2. प्रेम:- पारिवारिक माहौल भी अनुकूल बना रहेगा, जो लोग अविवाहित हैं, उनको रिश्ते का प्रस्ताव आने के योग हैं। घर में सुख शांति बनी रहेगी और वैवाहिक जीवन भी सुखमय बीतेगा। 3. स्वास्थ्य:- स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ भी हानि नहीं हैं।

3. मिथुन राशि Gemini:-

1. व्यवसाय:- आय में वृद्धि होगी, व्यापारियों को बड़ा मुनाफा होगा। कार्यस्थल पर पदोन्नति के साथ आर्थिक उन्नति मिलेगी। आपकी राशि पर इस दिन शनि की ढैय्या खत्म हो जाएगी। पद, प्रतिष्ठा के साथ-साथ धन का लाभ भी मिलेगा। 2. प्रेम:- शादी का इंतजार कर रहे लोगों को अच्छी खबर मिल सकती हैं, समाज में सम्मान बढ़ेगा, दाम्पत्य जीवन में सुख-समृद्धि रहेगी, अविवाहितों का विवाह होगा।
3. स्वास्थ्य:- स्वास्थ्य सम्बंधित थोड़ी बहुत दिक्कत आ सकती हैं लेकिन वह गंभीर नहीं होगी।

4. धनु राशि sagittarius:-

1. व्यवसाय:- आर्थिक स्थिति और मजबूत होने की संभावना हैं और लंबी दूरी की यात्रा का संयोग बन सकता हैं। आय के नयें स्रोत बनेंगे निवेश से लाभ होगा, व्यापार में लाभ होगा। काम के लियें अच्छा समय हैं। तरक्की के आसार हैं। विदेश जाकर पढ़ाई करने की इच्छा पूरी होगी। 2. प्रेम:- संबंधों में भी मधुरता भी बनी रहेगी। 3. स्वास्थ्य:- थोड़ी बहुत उथल-पुथल की सम्भावना हैं लेकिन स्थिति नियंत्रण में रहेगी।

5. तुला राशि Libra:-

तुला राशि गजलक्ष्मी योग का प्रभाव सबसे ज्यादा होगा। 1. व्यवसाय:- व्यवसाय की दृष्टि से ये योग उत्तम जानें वाला हैं, पुराना फंसा रुपए आनें वाला हैं। 2. प्रेम:- शादीशुदा लोगो के लिये खुश खबरी आनें वाली हैं, कुवारे लोगों के लिये विवाह योग बन रहा हैं। आपसी मेलमिलाप से सम्बन्धों में सुधार की स्थिति बन रहीं हैं। 3. स्वास्थ्य:- स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ ऊंच नीच हो सकती हैं किन्तु चिंता की जरूरत नहीं हैं।

FAQ-

1. क्या होता हैं गज लक्ष्मी राजयोग ?

जब राहू मेष राशि में पहले से ही विद्यमान हो और गुरु बृहस्पति मेष राशि में उसी काल समय प्रवेश कर जायें तब गज लक्ष्मी योग का निर्माण होता हैं। इस योग के प्रभाव से घर में सुख-शांति, समृद्धि, वैभवता आदि का वास बना रहता हैं। गजलक्ष्मी योग जिस भी राशि में बनता हैं उस राशि से शनि की साढ़े साती खत्म हो जाती हैं और धन-सुख में वृद्धि होती हैं।

2. महालक्ष्मी योग कब बनता हैं ?

1. कुण्डली में नवमं लग्न का स्वामी उच्च राशि में हो या अपनी स्वराशि में स्थित हो तो महालक्ष्मी योग बनता हैं। 2. यदि भाग्य भाव का स्वामी केंद्र स्थान में अपनी मूल त्रिकोण राशि में स्थित होता हैं, तो महालक्ष्मी योग बनता हैं। 3. यदि नवम भाव का स्वामी केंद्र भावों में उच्च राशि में स्थित होता हैं तो महालक्ष्मी योग का निर्माण होता हैं।

3. गजकेसरी योग किसके पास होगा ?

अच्छे परिणाम पाने के लियें केन्द्र में गुरु बृहस्पति का होना अत्यंत आवश्यक हैं और वह भी चंद्रमा की स्थिति से लग्न में यही गजकेसरी योग की सहज या सरल स्थिति हैं। यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति और चंद्रमा का एक साथ मजबूत अस्तित्व हैं, तो सबसे शुभ योगों में से एक होने पर बधाईं।

4. गजकेसरी योग कब फल देता हैं ?

कुण्डली में गजकेसरी योग गुरु और चंद्र से बनता हैं यदि केन्द्र स्थान लग्न चतुर्थ और दशमं भाव में गुरु-चंद्र साथ हो और बलवान हो तो गज केसरी योग फल देता हैं, वहीं यदि चंद्रमा गुरु से केन्द्र में हो या फिर चंद्र पर गुरु की कोई दृष्टि जा रही हो तो गज केसरी योग फल देता हैं कथनानुसार गुरु व चंद्र की दशा पर निर्भर हैं।

5. गजकेसरी का मतलब क्या होता हैं ?

गजकेसरी योग के बारे में कहा जाता हैं कि गज अर्थात हाथी और केसरी अर्थात स्वर्ण होता हैं यानि यह योग शक्ति और धन से जुड़ा हुआ योग हैं, कहा जाता हैं कि जिस व्यक्ति की कुण्डली में गजकेसरी योग का निर्माण होता हैं उस जातक के पास हाथी जैसा बल और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद बना रहता हैं।


नोटः-'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

CONCLUSION- आज हमनें हमारें लेंख- गज लक्ष्मी योग- Gaja Lakshmi Yoga के माध्यम से जाना कि गज लक्ष्मी योग क्या हैं और वह किन पांच राशियों के जातकों को प्रभावित कर सकता हैं। आशा करते हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आयेगा धन्यवाद।

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