बुध शुक्र राहु योग-Budh-Shukra-Rahu Yog...
हमनें हमारें पिछले लेखों के माध्यम से बहुत से ग्रह गोचर के बारे में आपको हमारे लेखों के माध्यम से बताया की ग्रह जब गोचर करते हैं तो जातक की राशियों पर प्रभाव पड़ता हैं और उसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव जातक को प्रभावित करतें हैं। हमनें हमारें पिछले लेखों जैसे कि मई ग्रह गोचर, सूर्य गोचर और मंगल गोचर के माध्यम से आपको इस बारे में सम्पूर्ण जानकारियां उपलब्ध करवाई हैं। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए आज हम हमारे लेख- बुध शुक्र राहु योग Budh Shukra Rahu Yog के बारे में चर्चा करेंगे तो आयें जानेतें हैं इस लेख के माध्यम से-
वैदिक ज्योतिष के अनुसार- हर ग्रह अपने निश्चित समय पर गोचर करता हैं। बुध ग्रह 31 मार्च 2023 को मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं। इस दौरान कई राशियों को विशेष रूप से लाभ मिलने वाला हैं। आज हम जानेंगे कि वह राशियाँ कौन सी हैं तथा उन इसका प्रभाव कैसा रहेंगा-
बुध शुक्र राहु योग-Budh-Shukra-Rahu Yog...
1. मेष राशि Aries:-
2. सिंह राशि Leo:-
3. कर्क राशि Cancer:-
FAQ-
1. शुक्र और राहु की युति से कौनसा योग बनता हैं ?
वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र व राहु की युति से क्रोध योग का निर्माण होता हैं जो कि उचित नहीं होता उपाय- एक मोती को चांदी के छल्ले में धारण करना उचित होगा।
2. राहु और बुध एक साथ होनें पर क्या होता हैं ?
राहु और बुध की युति होनें से जड़त्व योग बनता हैं, ये योग को सामन्यत: चालाक बनाता हैं यदि इस युति पर बृहस्पति की दृष्टि हो तो जातक बहु भाषियें होता हैं और बड़ी ही चतुराई सै अपने कार्यौ को सफल बना लेता हैं और यदि जातक की कुन्डली के प्रथम भाव में बुध व राहु की युति हैं तो ये शरीर को कष्ट देता रहता हैं उपाय- पिपल वृक्ष पर प्रातः व सांयकाल एक लोटा जल चढ़ायें व सरसों तेल का दीप प्रज्ज्वलित करें नित्य ये कर्म करने से लाभ होगा।
3. राहू शुभ हैं या नहीं कैसे पता चलेगा ?
जब राहु सिंह, कन्या व मेष राशि में होतो अनुकूल फल देता हैं साथ ही लग्न से प्रथम तीसरे या ग्यारह वें भाव में राहु की स्थिति जातक की कुन्डली में राहु को शुभ बनाती हैं।
4. राहु की मित्र राशि कौन सी हैं ?
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार राहु व केतु चंद्रमा व सूर्य ग्रहों के शत्रु हैं इसलियें उन्हें ग्रहण लगाते हैं हालांकि- यदि आप राशियों पर विचार करते हैं तो राहु मिथुन, कन्या, तुला, मीन व धनु राशियों के मित्र हैं और दूसरी दिशा में केतु कन्या, धनु, मकर व मीन राशि के मित्र हैं।
5. राहु कौन सी बिमारी देता हैं ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्मकुंडली में राहु ग्रह अशुभ स्थिति होने से जातक को शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। राहु से पीड़ित जातक के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं इसके कारण गैस्ट्रिक, अल्सर, हिचकी, पागलपन व आंतों की समस्याएं गंभीर हो सकती हैं।
नोट:- 'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं हैं सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचाग, प्रवचन, धार्मिक मान्यताओं, थर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना हैं, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'
CONCLUSION:- आज हमनें हमारें लेख- बुध शुक्र राहु योग-Budh-Shukra-Rahu Yog के माध्यम से जाना मेष, सिंह और कर्क राशियों पर ये गोचर कितना प्रभाव डालने जा रहा हैं आशा करता हूं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आयेगा।
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