श्री करणी माता मंदिर बीकानेर देशनोक ! Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok...

हमनें हमारें पिछले लेखों जैसे कि- ज्वाला माता मंदिर और शिला देवी मंदिर और अनेकों मंदिर के बारे में अपने लेखों के माध्यम से आपको उन मंदिरो के बारे में जानकारियां उपलब्ध करवाई इस क्रम में आगे बढ़ते हुए आज अपने इस लेख में राजस्थान के बीकानेर शहर की आराध्य माता श्री करणी माता मंदिर के बारे में आप सभी को जानकारी उपलब्ध करवायेंगे तो आयें जानेतें हैं श्री करणी माता मंदिर बीकानेर देशनोक Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok के माध्यम से-
करणी माता का मंदिर एक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर हैं जो राजस्थान के बीकानेर जिले में स्थित हैं इसमें देवी करणी माता की मूर्ति स्थापित हैं, यह बीकानेर से 30 किलोमीटर दक्षिण दिशा में देशनोक में स्थित हैं। करणी माता का जन्म चारण कुल में हुआ यह मंदिर चूहों का मंदिर भी कहलाया जाता हैं। इस  मंदिर का निर्माण बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह ने राजपूत शैली में लगभग 15-20वीं सदी में करवाया था। मंदिर के सामने महाराजा गंगा सिंह ने चांदी के दरवाजे भी बनाए थे। देवी की छवि अंदरूनी गर्भगृह में निहित हैं। मंदिर में 1999 में हैदराबाद के कुंदन लाल वर्मा ने भी कुछ  मंदिर का विस्तार किया था।

Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok

श्री करणी माता  मंदिर बीकानेर देशनोक ! Shri Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok...

Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok: मन्दिर में सफेद काबा (चूहा) का दर्शन मंगलकारी माना जाता हैं। इस पवित्र मन्दिर में लगभग 25000 चूहे रहते हैं। कहा जाता हैं कि इस मन्दिर में काबा चूहे की संख्या सदा इतनी ही रहती हैं माता की कृपा से काबा की संख्या नियंत्रित रहती हैं। मंदिर के मुख्य द्वार पर संगमरमर पर नक्काशी को भी विशेष रूप से देखने के लिये लोग यहां आते हैं। चांदी के किवाड़, सोने के छत्र और चूहों (काबा) के प्रसाद के लिए यहां रखी चांदी की बड़ी परात भी देखने लायक हैं
श्रद्धालुओं का मत हैं कि- करणी देवी साक्षात मां हिंगलाज माता की अवतार थीं। अब से लगभग साढ़े छह सौ वर्ष पूर्व जिस स्थान पर यह भव्य मंदिर हैं, वहां एक गुफा में रहकर मां अपने इष्ट देव की पूजा अर्चना किया करती थ। यह गुफा आज भी मंदिर परिसर में स्थित हैं। मां के ज्योर्तिलीन होने पर उनकी इच्छानुसार उनकी मूर्ति की इस गुफा में स्थापना की गई। माता के निज मंदिर में लगी मूर्ति अंधे भक्त बने खाती द्वारा बनाई गई । बताते हैं कि मां करणी के आशीर्वाद से ही बीकानेर और जोधपुर राज्य की स्थापना हुई थी।
संगमरमर से बने मंदिर की भव्यता देखते ही बनती हैं। मुख्य दरवाजा पार कर मंदिर के अंदर पहुंचते ही चूहों की धमाचौकड़ी देख मन दंग रह जाता हैं। चूहों की बहुतायत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि पैदल चलने के लिए अपना अगला कदम उठाकर नहीं, बल्कि जमीन पर घसीटते हुए आगे रखना होता हैं। लोग इसी तरह कदमों को घसीटते हुए करणी मां की मूर्ति के सामने पहुंचते हैं। कहा जाता हैं कि- यदि किसी श्रध्दालु के कदमों के नीचें आ कर यदि कोई चूहा मर जाता हैं तो उसे चाँदी (रजत) का चूहा दान देना होता हैं।
चूहे पूरे मंदिर प्रांगण में मौजूद रहते हैं। वे श्रद्धालुओं के शरीर पर कूद-फांद करते हैं लेकिन किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते। चील, गिद्ध और दूसरे जानवरों से इन चूहों की रक्षा के लिए मंदिर में खुले स्थानों पर बारीक जाली लगी हुई हैं। इन चूहों की उपस्थिति की वजह से ही श्री करणी देवी का यह मंदिर चूहों वाले मंदिर के नाम से भी विख्यात हैं। ऐसी मान्यता हैं कि- किसी श्रद्धालु को यदि यहां सफेद चूहे के दर्शन होते हैं तो इसे बहुत शुभ माना जाता हैं। सुबह पांच बजे मंगला आरती और सायं सात बजे आरती के समय चूहों का जुलूस तो देखने लायक होता हैं।
Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok
 

1. श्री करणी माता की कथा Shree Karni Mata Ki Katha:-

Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok: करणी मां की कथा एक सामान्य ग्रामीण कन्या की कथा हैं, लेकिन उनके संबंध में अनेक चमत्कारी घटनाएं भी जुड़ी बताई जाती हैं, जो उनकी उम्र के अलग-अलग पड़ाव से संबंध रखती हैं। बताते हैं कि- संवत 1595 की चैत्र शुक्ल नवमी गुरुवार को श्री करणी ज्योर्तिलीन हुईं। संवत 1595 की चैत्र शुक्ला 14 से यहां श्री करणी माता जी की सेवा पूजा होती चली आ रही हैं

2. श्री करणी माता का अवतरण Shree Karni Mata Ka Avataran:-

Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok: करणी जी का अवतरण चारण कुल में वि. सं. 1444 अश्विनी शुक्ल सप्तमी शुक्रवार तदनुसार 20 सितम्बर, 1387ई. को सुआप (जोधपुर) में मेहाजी किनिया के घर में हुआ था। करणीजी ने जनहितार्थ अवतार लेकर तत्कालीन जांगल प्रदेश को अपनी कार्यस्थली बनाया। करणीजी ने ही राव बीका को जांगल प्रदेश में राज्य स्थापित करने का आशीर्वाद दिया था। करणी माता ने मानव मात्र एवं पशु-पक्षियों के संवर्द्धन के लिए देशनोक में दस हजार बीघा 'ओरण' (पशुओं की चराई का स्थान) की स्थापना की थी। करणी माता ने पूगल के राव शेखा को मुल्तान (वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित) के कारागृह से मुक्त करवा कर उसकी पुत्री रंगकंवर का विवाह राव बीका से संपन्न करवाया था। करणीजी की गायों का चरवाहा दशरथ मेघवाल था। डाकू पेंथड़ और पूजा महला से गायों की रक्षार्थ जूझ कर दशरथ मेघवाल ने अपने प्राण गवां दिए थे। करणी माता ने डाकू पेंथड़ व पूजा महला का अंत कर दशरथ मेघवाल को पूज्य बनाया जो सामाजिक समरसता का प्रतीक है ।
मां करणी मंदिर तक पहुंचने के लिए बीकानेर से बस, जीप व टैक्सियां आसानी से मिल जाती हैं। बीकानेर-जोधपुर रेल मार्ग पर स्थित देशनोक रेलवे स्टेशन के पास ही है यह मंदिर। वर्ष में दो बार नवरात्रों पर चैत्र व आश्विन माह में इस मंदिर पर विशाल मेला भी लगता हैं। तब भारी संख्या में लोग यहां पहुंचकर मनौतियां मनाते हैं। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए मंदिर के पास धर्मशालाएं भी हैं।

3. श्री करणी माता मंदिर ट्रस्ट Shree Karni Mata Mandir Trust:-

Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok: देपावत परिवार के व्यक्ति ट्रस्ट के सदस्य होते हैं। इसमें 6 सदस्य हैं। वंश परिवार के आधार पर 4  पुत्र के 1 पुण्य राज 2 नगराज (नरसिंह) 3 सिद्धराज 4 लक्ष्य राज (लाखन) से चुन कर आते हैं। सभी सदस्य मिल कर चैयरमैन का चुनाव करते हैं

नोटः-'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं हैं। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना हैं, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'
CONCLUSION:- आज हमनें हमारे लेख- श्री करणी माता मंदिर बीकानेर देशनोक ! Shree Karni Mata Mandir Bikaner Deshnok के माध्यम से जाना कि करणी माता मंदिर की कथा क्या हैं, श्री करणी माता के अवतरण के बारे में बताया और साथ ही साथ मंदिर के ट्रस्ट के बारे में आपको जानकारी उपलब्ध करवाईं ये जानकारियां आपके लिए उपयोगी साबित होगी इसी आशा के साथ हमनें आपके के लिए ये सभी जानकारियां जुटाई हैं। उम्मीद करतें हैं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा धन्यवाद।

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