देवी देवताओं के ध्यान मंत्र एवं स्तुति Devi devataon ke dhyaan mantr evan stuti...

हम सनातन धर्म को माननें वालों के लियें देवी देवताओं की एक महत्वपूर्ण जगह होती हैं। देवी देवताओं के ध्यान मंत्र एवं स्तुति देवी देवताओं का वर्णन मंत्र के माध्यम से किया जाता हैं। ध्यान मंत्र द्वारा साधक को देवी देवता के स्वरूप का आभास होता हैं। इसी सन्दर्भ में आज इस लेख देवी देवताओं के ध्यान मंत्र एवं स्तुति Devi devataon ke dhyaan mantr evan stuti: में विस्तृत रूप से जानेंगे-

Devi devataon ke dhyaan mantr evan stuti

देवी देवताओं के ध्यान मंत्र एवं स्तुति Devi devataon ke dhyaan mantr evan stuti...

1. गणेश जी का जप मंत्र Ganesh ji ka jap mantra:- 

ॐ गं गणपतये नमः। ध्यान स्तुति:- "गजाननं भूतमणादिरीवित, कपित्थजम्बू फल चारू भक्षणम् । उमासुतं शोक विनाशकारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्" ।।

2. शिव जी का जप मंत्र Shiv ji ka jap mantra:- 

ॐ नमः शिवाय:। ध्यान स्तुति:- "कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् । सदा वसन्तं हृदयारविन्दे , भव भवानी सहितं नमामि"।।

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3. लक्ष्मी जी का जप मंत्र Laxmi ji ka jap mantra:- 

ॐ नम: कमलवासिन्यै स्वाहा। ध्यान स्तुति:- "अरुण कमल संस्था तद्रजः पुंजवर्णा , कर कमल धृतेष्टा भीति युग्मांबुजाता। मणि मुकुट विचित्रऽलंकृता कल्पजालै , सकल भुवन माता सन्ततः श्री श्रियै नः"।।

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4. सरस्वती जी का जप मंत्र Saraswati ji ka jap mantra:-

 ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं ॐ सरस्वत्यै नमः। ध्यान स्तुति:- "तरुण शकलमिन्दो विभती शुभकान्ति, कुचभर नमितांगी, सन्निषण्णा सिताब्जै। निज करकमलोद्यत् लेखनी पुस्तक श्रीः सकलविभव सिद्धयै पातु वाग्देवता नः"।।

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5. हनुमान जी का जप मंत्र Hanuman ji ka jap mantra:- 

ॐ ह्रीं हनुमतये रामदूताय नमः।ध्यान स्तुति:- "मनोजवं मारुततुल्यवेगं , जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीराम दूतं शरणं प्रपद्यै"।। 

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6. काली जी का जप मंत्र Kali ji ka jap mantra:-

 ॐ क्रां क्रीं क्रं कालिकाय नमः। ध्यान स्तुति:- "खड्गं गदेषु चाप परिघां शूलम्भुशुंडी शिरः शंख संदधत करैस्त्रिनयनां सर्वांग भूषावृताम् । नीलाश्मद्यतिमास्य पाद दशकां सेव्यै महाकालिकाम् , यामसतौत्स्वपितौ हरौ कमलजो हन्तुं मधु कैटभम्"।। 

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FAQ-

1. सुबह उठते ही कौन सा मंत्र कहना चाहियें ?

"कराग्रे वसति लक्ष्मीः, कर मध्ये सरस्वती। करमूले तू ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम्"।।  इस मंत्र का हर सनातनी को प्रातः उठ कर जाप करना चाहियें। 

2. रात को सोते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहियें ?

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। "हरे राम शिव हरे राम शिव राम राम शिव हरे"। रात को सोने से पहले इन सभी मंत्रों का जाप हर सनातनी के लियें लाभदायक हैं। अगर किसी को रात में नींद न आने की परेशानी हैं तो वे तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें। 

3. कलयुग में श्रेष्ठ मंत्र कौन सा हैं ?

कलियुग में समय के अभाव के कारण सभी पंचाक्षर मंत्र श्रेष्ठ माना जाता हैं। जय श्रीराम, ॐ नमः शिवाय, जय श्री कृष्ण, जय श्री गणेश, जय माँ लक्ष्मी, जय माँ सरस्वती, जय माँ दुर्गे,...यथासंभव इन मंत्रो का मनन करना चाहियें।

4. सभी देवताओं के लियें कौन सा मंत्र हैं ?

सभी देवताओं के लियें हम ये मंत्र का कर सकते हैं-"ॐ भूर्भव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्"

5. देवताओं का आवाहन कैसे करें ?

हर देवता का आवाहन और विसर्जन मंत्र अलग होता हैं। फिर भी अगर आप चाहें तो किसी भी देवता का ध्यान मंत्र पढ कर उस देवता का "आवाहयामि पूजयामि ध्यायामि" ऐसा करके आवाहन कर सकते हैं। "आसनं च यमा दत्तं गृहाण परमेश्वर" । अगर देवी हैं तब परमेश्वर की जगह परमेश्वरी कहना चाहियें।

6. देवी देवताओं को कैसे खुश करें ?

माना जाता हैं कि अगर कुल देवी या देवता रुष्ट हो जायें, तो पूरे कुल के नाश की भी कर सकतें हैं। इसलिए उनकी कृपा पाने के लियें पूजा करते समय कुछ चीजों का जरूर ध्यान रखें। शास्त्रों के अनुसार, कुलदेवी और कुलदेवता की कृपा पाने के लियें रोजाना सुबह और शाम को भोग लगाने के साथ उनके नाम का उच्चारण जरूर करें

7. कौन सा मंत्र जल्दी सिद्ध होता हैं ?

"ॐ श्री महालक्ष्म्यै नमः"।। जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने के लियें श्री हनुमान मंत्र का नियमित जप करना चाहिए।

8. कैसे पता चलेगा कि मंत्र सिद्ध हो गया हैं ?

साधक सदैव अपने इष्ट -देव की उपस्थिति अनुभव करें और उनके दिव्य-गुणों से अपने को भरा समझे तो मंत्र-सिद्ध हुआ जानें। शुद्धता, पवित्रता और चेतना का उर्ध्गमन का अनुभव करें, तो मंत्र-सिद्ध हुआ जानें मंत्र सिद्धि के पश्चात साधक की शुभ और सात्विक इच्छाए पूरी होने लगती हैं।

नोटः-'इस लेख में दी गई जानकारी, सामग्री, गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों, ज्योतिषियों, पंचांग, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

CONCLUSION- आज हमनें हमारे लेख- देवी देवताओं के ध्यान मंत्र एवं स्तुति Devi devataon ke dhyaan mantr even stuti के माध्यम से देवी और देवताओं के स्तुति मंत्रो के बारे में आपको सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई।

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